राजनीति में पकड़ और पहनावे में पजामा दोनो की पकड़ मजबूत होनी चाहिए. नेतागिरी में पकड़ नही तो आप किस काम के नेता और पहनावे में पजामे की पकड़ नहीं तो अपका मजाक बन सकता है. नेताजी अगर किसी रैली या विरोध प्रदर्शन में जा रहे है, तो ऐसे नेताओं को कई सावधानिया बरतनी चाहिए. खास तौर से अपने पजामे की ध्यान जरूर देना चाहिए. कहीं विरोध प्रदर्शन, लाठी चार्ज या झेंप झड़प में अपके पजामे का नाड़ा ना खुल जाए. हम यह बात इसलिए कर रहे है, क्यों ऐसा ही एक वाक्या मध्यप्रदेश के मंदासौर से सामने आया है.
दरअसल, मध्यप्रदेश के मंदसौर में कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था. जिसमें तय किया गया था की कलेक्ट्रेट को घेरा जाएगा. तय समय के अनुसार नेतागण कुर्ता-पजामा पहनकर विरोध प्रदर्शन में पहुंचे और नारेबाजी शुरू हई. माहौल एक दम अंदोलननुमा हो गया, वही कुछ छुटभैया नेता और मीडियाकर्मी फोटो और वीडियो बनाने लगे.
Mandsaur में Collectorate की घेराबंदी के दौरान गेट पर चढ़ने में कांग्रेस नेता राकेश पाटीदार का पजामा खिसका#ViralNews@INCIndia @INCMP @OfficeOfKNath @RahulGandhi @ShamsherSLive @nirajnews pic.twitter.com/7qCefaRghM
— ZEE HINDUSTAN (@Zee_Hindustan) January 8, 2021
जैसे ही रैली कलेक्ट्रेट के गेट पर पहुंची तो गेट बंद कर दिया गया. अब क्या करते नेता जी, नेता जी ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए कलेक्ट्रेट के किले को फतह करने की ठानी और कांग्रेस नेता राकेश पाटीदार और उनके साथ एक अन्य कांग्रेस नेताजी ने भी अपनी वीरता दिखाई और गेट फांदकर चढ़ने लगे. कांग्रेस नेता राकेश पाटीदार गेट की ऊंचाई से नहीं घबराए, लेकिन इतनी ऊंचाई देख उनका पजामा घबरा गया और नीचे आने की गुहार लगाने लगा. हालांकि नेता जी ने पजामे को हिम्म्त से काम लेने को कहा, लेकिन नेता जी के पजामे ने साफ इनकार कर दिया और नेता जी की कमर से खिसक कर नीचे आ गया. इस पूरे वाक्या का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.