इन दिनों सोशल मीडिया पर भारतीय रेलवे का प्लेटफाॅर्म टिकट काफी तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल टिकट में दो रेलवे टिकट है, जिसमें एक टिकट में लिखा है की जब रेलवे सरकारी था तब प्लेटफाॅर्म टिकट 3 रूपये का आता था. दूसरे टिकट पर खिला है की रेलवे प्राइवेट हुआ तो रेलवे प्लेटफाॅर्म टिकट 50 रूपये हो गया. जब वायरल प्लेटफाॅर्म टिकट की पड़ताल की गई तो पता चला की वायरल रेलवे टिकट पुणे रेलवे डिवीजन का है और पुणे रेलवे ने प्लेटफाॅर्म टिकट की कीमत 50 रूपये कर दी है.
खबरों के अनुसार देश के करीब 250 से अधिक रेलवे स्टेशनों के प्लेटफाॅर्म टिकट की कीमतें 10 रूपये से बढ़ाकर 50 रूपये कर दी गई है. यह कदम कोरोना महामारी के चलते स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के लिए उठाया गया है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार रेलवे विभाग ने छह डिवीजन में प्लेटफाॅर्म टिकटों की कीमतों में वृद्धि की गई है. मामले में रेलवे प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा है, पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का 50 रुपए रखने का मुख्य उद्देश्य फालतू स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है.
पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य ₹50 रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है जिस से सोशल डिसटेनसिंग का पालन किया जा सके।
— Spokesperson Railways (@SpokespersonIR) August 17, 2020
रेलवे प्लेटफार्म टिकट की दरों को कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों से ही इसी प्रकार नियंत्रित करता आया है। https://t.co/X2HuPC5HUg
वायरल टिकट को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्विट के माध्यम से मोदी सरकार पर तंग कंसा है. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर वायरल रेलवे टिकट की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है कि कॉंग्रेस राज में रेलवे प्लेटफॉर्म टिकिट 3 रूपये का, भाजपा राज में 50 रूपये हुआ. जय सियाराम.
कॉंग्रेस राज में रेलवे प्लेटफ़ॉर्म टिकिट ₹३ का भाजपा राज ₹५० हुआ। जय सियाराम। pic.twitter.com/xjUEPoCv5H
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 18, 2020